बड़ी खबर! सरकार ने सात कमोडिटीज के वायदा कारोबार पर लगाई रोक, जानें सबकुछ

बड़ी खबर! सरकार ने सात कमोडिटीज के वायदा कारोबार पर लगाई रोक, जानें सबकुछ

बड़ी खबर! सरकार ने सात कमोडिटीज के वायदा कारोबार पर लगाई रोक

बड़ी खबर! सरकार ने सात कमोडिटीज के वायदा कारोबार पर लगाई रोक, जानें सबकुछ

नई दिल्ली। बढ़ती महंगाई को देखते हुए सरकार ने सात खाद्य वस्तुओं के वायदा कारोबार पर रोक लगा दी है। इनमें गैर बासमती चावल, गेहूं, चना, सरसों, सोयाबीन, कच्चे पाम तेल, और मूंग शामिल है। वित्त मंत्रालय ने सोमवार से ही इन सभी सात वस्तुओं के वायदा कारोबार पर अगले एक साल के लिए रोक लगा दी है। दूसरी तरफ, सोमवार को लोक सभा में अनुदान की पूरक मांग की मंजूरी के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खाद्य तेल व अन्य आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों पर लगाम के लिए सरकार की तरफ से जरूरी कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया।

नवंबर माह की थोक महंगाई दर 14.23 फीसद के साथ वर्ष 2005 अप्रैल के बाद अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। वहीं, नवंबर की खुदरा महंगाई दर भी बढ़ोतरी के साथ 4.91 फीसद पर पहुंच गई। इस दौरान खाद्य तेल के दाम में भारी बढ़ोतरी देखी गई और नवंबर माह में खाद्य तेल व वनस्पति की खुदरा महंगाई दर में 29 फीसद से अधिक की बढ़ोतरी रही। दाल के खुदरा दाम में इस अवधि में 3.18 फीसद का इजाफा रहा। यही वजह है कि सरकार ने कच्चे पाम तेल के साथ सरसों व सोया के वायदा कारोबार पर रोक लगा दी है।

वित्त मंत्रालय ने कहा है कि अगले आदेश तक इन सात खाद्य वस्तुओं का कोई भी वायदा कारोबार नहीं होगा। पिछले तीन-चार महीनों से खाद्य तेल के दाम में लगातार तेजी का रुख चल रहा है जिससे महंगाई को हवा मिल रही है। जानकारों के मुताबिक वायदा कारोबार में फिजिकल डिलीवरी नहीं होती है और जिन वस्तुओं में तेजी रहती है, सटोरिए उसे और हवा दे देते हैं। थोक महंगाई दर में रिकार्ड बढ़ोतरी को देखते हुए जानकार आरबीआइ की तरफ से बैंक दरों में बढ़ोतरी की संभावना जाहिर कर रहे हैं।